Thursday, 13 June 2013

क्या अर्थ है बनाना रिपब्लिक (Banana Republic) का ....


Banana Republic Hindi
बनाना रिपब्लिक
बनाना रिपब्लिक शब्दावली का प्रयोग सर्वप्रथम प्रसिद्ध अमेरिकी कथाकार ओ. हेनरी (O. Henry) द्वारा किया गया था। वर्तमान संदर्भ में उस देश के लिए बनाना रिपब्लिक शब्दावली का प्रयोग किया जाता है जिसे एक व्यावसायिक इकाई की तरह से अधिकाधिक निजी लाभ के लिए कुछ अत्यंत धनी एकाधिकारी व्यक्तियों तथा कम्पनियों द्वारा इस्तेमाल किया जा रहा हो। राजनीतिक रूप से बनाना रिपब्लिक देशों की एक मुख्य विशेषता होती है बहुत व्यापक राजनीतिक अस्थिरता। ओ. हेनरी ने बनाना रिपब्लिक शब्दावली का प्रयोग उस विशेष स्थिति के लिए किया था जहाँ कुछ अमेरिकी व्यावसायियों ने कैरीबियन द्वीपों, मध्य अमेरिका तथा दक्षिण अमेरिका में अपनी चतुराई से भारी मात्रा में केला (banana) उत्पादक क्षेत्रों पर अपना एकाधिकार कर लिया। यहाँ स्थानीय मजदूरों को कौड़ियों के भाव पर काम करवा कर केलों के उत्पादन को अमेरिका में निर्यातित कर इससे भारी लाभ उठाया जाता था। इसलिए बनाना रिपब्लिक की व्याख्या में प्राय: इस गुण को भी राजनीतिक पण्डित शामिल करते हैं कि ऐसा देश प्राय: कुछ सीमित संसाधनों के प्रयोग पर ही काफी हद तक निर्भर होता है। बनाना रिपब्लिक में एक स्पष्ट वर्ग की दीवार दिखाई देती है, जहाँ काफी बड़ी जनसंख्या कामगार वर्ग की होती है, जो प्राय: काफ़ी खराब स्थितियों में जीवन यापन करती है। इस गरीब कामगार वर्ग पर मुट्ठी-भर प्रभावशाली धनी वर्ग का नियंत्रण होता है। यह धनी वर्ग देश का इस्तेमाल सिर्फ अपने अधिकाधिक लाभ के लिए करता है।
            बनाना रिपब्लिक शब्दावली का प्रयोग अधिकांशत: मध्य अमेरिकी तथा लैटिन अमेरिकी देशों के लिए किया जाता है जैसे हाण्डूरास तथा ग्वाटेमाला। इन देशों की मुख्य विशेषताएं हैं -
  • 1) भूमि का अत्यंत असमान वितरण
  • 2) असमान आर्थिक विकास
  • 3) अर्थव्यवस्था की कुछ सीमित उत्पादों तथा फसलों पर निर्भरता
  • 4) बहुत छोटे लेकिन बहुत प्रभावशाली सामंतशाही वर्ग की मौजूदगी
  • 5) इस सामंतशाही वर्ग का देश के व्यावसायिक हितों पर व्यापक एकाधिकार
  • 6) सामंतशाही वर्ग के कुछ धनी देशों के व्यावसायियों से घनिष्ठ सम्बन्ध
  • 7) इन घनिष्ठ सम्बन्धों का देश के निर्यात व्यापार पर स्पष्ट पकड़ होना
  • 8) ऐसे देशों में सेना द्वारा सत्ता का तख्ता पलटने की संभावनाएं प्राय: हमेशा बनी रहती हैं।


क्या भारत बनाना रिपब्लिक है?
हाल के कुछ वर्षों में भारत के लिए भी बनाना शब्दावलियों का प्रयोग किया गया है। इस शब्दावली का भारत के लिए प्रयोग करने वाले प्रमुख व्यक्तियों में देश के सर्वप्रमुख व्यावसायी रतन टाटा थे, जिन्होंने वर्ष 2011 में कहा था कि भारत भी बनाना रिपब्लिक बनने की दिशा में अग्रसर है। लेकिन टाटा के इस वक्तव्य के बावजूद भारत के बनाना रिपब्लिक बनने की संभावनाएं न के बराबर हैं – क्योंकि भारत एक बहुत विशाल, आर्थिक गतिविधियों के आधार पर बहुत विविधीकृत तथा समृद्ध देश है। यहाँ लोकतंत्र की जड़े बहुत मजबूत हैं तथा सैनिक तख्तापलट न कभी हुआ है और न होने की संभावना दिखती है।
अप्रैल 2012 में भारत के वित्त सचिव आर. एस. गुजराल ने वोडाफोन को कर चुकाने के केन्द्र सरकार के आदेश के परिप्रेक्ष्य में कहा था कि भारत अभी बनाना रिपब्लिक नहीं है कि कोई विदेशी कम्पनी अपने आर्थिक लाभ को भुनाने भारत की ओर रुख कर ले और हम हाथ पर हाथ धरे बैठे रहें।

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