अगर आप प्रारंभिक परीक्षा में सफल हो गए हैं, तो अब मुख्य परीक्षा की तैयारी के लिए बहुत कम समय आपके पास बचा है। इनमें वैकल्पिक विषयों के साथ ही सभी विषयों की गहन तैयारी निर्धारित समय सीमा के अंदर करनी होगी। मुख्य परीक्षा में अगर आपका वैकल्पिक विषय राजनीतिशास्त्र है, तो इसकी तैयारी के लिए अलग से स्ट्रेटेजी बनाना जरूरी है, तभी आप कम समय में बेहतर तैयारी करके अच्छे अंक प्राप्त कर सकते हैं।
बनाएं स्मार्ट स्ट्रेटेजी
किसी विषय में बेहतर करने के लिए सिलेबस का अध्ययन जरूरी है। परीक्षा मई में है, इस कारण आप सिलेबस के अनुरूप पढाई पूरी कर चुके होंगे। अब तैयारी को फाइनल टच देने के लिए अलग स्ट्रेटेजी की जरूरत है। पहले आप आइएएस में पूछे गए पिछले दस वर्षो के प्रश्नों को देखकर यह अंदाजा लगाएं कि किस सेक्शन से सर्वाधिक प्रश्न पूछे जा रहे हैं। उसके बाद महत्वपूर्ण सेक्शन पर ध्यान देकर पकड बनाएं। मुख्य परीक्षा में जीएस के प्रश्नपत्र में यह सबसे ज्यादा मदद पहुंचाने वाला विषय माना जाता है। यही कारण है कि इस विषय के स्टूडेंट्स को पहले प्रश्नपत्र में भारतीय संविधान और राजव्यवस्था और दूसरे पत्र में भारत और अंतरराष्ट्रीय संबंधों से संबंधित प्रश्नों के लिए अलग से तैयारी नहीं करनी पडती है। निबंध में भी यह मददगार होता है। इसके अलावा इंटरव्यू में भारतीय राजनीतिक व्यवस्था और अंतरराष्ट्रीय संबंध की समझ होने से इसके स्टूडेंट्स बेहतर स्थिति में होते हैं। अन्य विषयों की तैयारी की अपेक्षा इसके लिए अलग स्ट्रेटेजी फायदेमंद हो सकती है। आप उन क्षेत्रों को अधिक पढें, जिसमें जीएस और निबंध से प्रश्न आ सकते हैं और राजनीतिशास्त्र में भी प्रश्न पूछे जाते हैं। इसकी आप एक लिस्ट बना लें और उनकी जमकर तैयारी करें। इसके बाद आप उन अध्याय या क्षेत्रों का चुनाव करें, जिसमें प्रश्न किसी न किसी रूप में आते हैं। आप इस तरह की रणनीति बनाकर तैयारी करते हैं, तो आपकी तैयारी औरों से बेहतर हो सकती है।
करेंट से रहें अपडेट
पॉलिटिकल साइंस में बेहतर तैयारी के लिए आप एनसीईआरटी और इग्नू की पुस्तकों को आधार बनाएं और उसे खूब पढें। इससे आपका आधार मजबूत होगा और तैयारी करने में आसानी होगी। इसमें भारतीय राजनीतिक व्यवस्था, संविधान और अंतरराष्ट्रीय संबंधों से संबंधित करेंट प्रश्न भी काफी संख्या में होते हैं। इसकी तैयारी के लिए रोज न्यूज सुनने की आदत डालें और किसी एक राष्ट्रीय अखबार का अध्ययन करें। इंडियन गवर्नमेंट एंड पॉलिसी, सोशल मूवमेंट, नेचर ऑफ इंडियन फ्रीडम स्ट्रगल, फंडामेंटल राइट्स, इंडियन पार्टी सिस्टम, चैलेंज टू इंडियन डेमोक्रेसी आदि से संबंधित प्रश्नों की तैयारी करेंट को ध्यान में रखकर करेंगे, तो आप बेहतर उत्तर लिखने में सफल हो सकते हैं। आप चाहें, तो इस संबंध में अपने दोस्तों के साथ ग्रुप डिस्कशन भी कर सकते हैं। इससे आपकी समझ का दायरा बढेगा और आप बेहतर प्रदर्शन कर पाएंगे। आप निर्धारित समय-सीमा के अंदर घर पर ही पिछले वर्षो के प्रश्नों को सॉल्व करने का अभ्यास करें। इससे समय रहते अपनी कमजोरी दूर कर लेंगे और आगे बेहतर प्रदर्शन करने में
सफल हो सकेंगे।
इस परीक्षा में सफल होने के लिए समय प्रबंधन आवश्यक है। यदि आपको सिविल सेवा की मुख्य परीक्षा में अपनी सफलता सुनिश्चित करनी है, तो सभी प्रश्नपत्रों पर बराबर ध्यान दें। ऐसा न हो कि एक पेपर में आप खूब मेहनत करें और दूसरे पर कम ध्यान दें। यदि आप सभी प्रश्नपत्रों में अधिकाधिक अंक हासिल करेंगे, तो सिविल सेवा में आपका चयन काफी हद तक सुनिश्चित हो जाएगा। मुख्य परीक्षा के कुल 2000 अंकों में से यह आप पर निर्भर करता है कि आप इसमें से कितने अंक बटोर पाते हैं। आप मुख्य परीक्षा में जितने ज्यादा अंक पाएंगे, उससे न केवल इस परीक्षा में आपकी सफलता पक्की होगी, बल्कि आप मेरिट लिस्ट में ऊपरी स्थान पाकर आइएएस, आइपीएस, र्आएफएस या समकक्ष कैडर के अधिकारी बन सकेंगे।
नोट्स बनाकर तैयारी करें।
उत्तर लिखने का खूब अभ्यास करें।
टाइम मैनजमेंट पर ध्यान दें।
सभी प्रश्नों पर बराबर का समय दें।
देश-विदेश की प्रमुख घटनाओं पर रखें नजर
जीएस में मददगार
इंटरव्यू में भी सहायक
सेलेक्टिव अप्रोच जरूरी
करें इग्नू और एनसीईआरटी का अध्ययन
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